sanskrit class 8 chapter 2 question answer
पूर्ण NCERT समाधान | संस्कृत एवं हिंदी में
अध्याय परिचय | Chapter Introduction
यह अध्याय एक नीतिकथा है जिसमें एक भूखा सिंह एक गुफा में छिपकर शिकार की प्रतीक्षा करता है। लेकिन गुफा का मालिक शृगाल (गीदड़) चालाकी से खतरे को पहचानता है और अपनी जान बचा लेता है।
This story teaches us that wisdom, alertness, and clever thinking can help us escape danger. It’s a perfect example of how presence of mind saves lives.
✍️ प्रश्नोत्तर संग्रह | Question–Answer Section
🔹 प्रश्न 1: उच्चारण करें
शब्द: कर्मस्यमूलम्, विनिन्य, साधितम्, प्रतिक्रिया:, भयसन्देशसन्दानम्, सिंहस्यगुहायाम्, समाहारम्, एलकुलम्
📌 उत्तर: इन शब्दों का उच्चारण अभ्यास करें। EaseEdu पर जल्द ही ऑडियो गाइड उपलब्ध होगी।
प्रश्न 2: एकवाक्ये उत्तरं लिखत
प्रश्न | उत्तर |
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(क) सिंहस्य नाम किम्? | सिंहस्य नाम खरनखर:। |
(ख) गुहायाः बहिः क: आसीत्? | गुहायाः बहिः शृगाल: आसीत्। |
(ग) सिंह: कस्यां समये गुहायाम् आगच्छत्? | सिंह: सूर्यास्तसमये गुहायाम् आगच्छत्। |
(घ) एलकुलस्य क्रिया: क: न प्रवर्तते? | भयभीतस्य एलकुलस्य वाणी न प्रवर्तते। |
(ङ) गुहायां क: प्रतिक्रिया:? | गुहायां सिंहस्य गर्जनस्य प्रतिक्रिया: अभवत्। |
प्रश्न 3: पूर्णवाक्येन उत्तरत
प्रश्न | उत्तर |
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(क) खरनखर: कुत्र प्रतिवसति स्म? | खरनखर: कस्मिंश्चित् वने प्रतिवसति स्म। |
(ख) महतीं गुहां दृष्ट्वा सिंह: किं अचिन्तयत्? | सिंह: अचिन्तयत् – “नूनम् एतस्यां गुहायां रात्रौ कोऽपि जीव: आगच्छति।” |
(ग) शृगाल: किं अचिन्तयत्? | शृगाल: अचिन्तयत् – “नूनम् अस्मिन् बिले सिंह: अस्ति।” |
(घ) शृगाल: कुत्र पलायित:? | शृगाल: दूरं पलायित:। |
(ङ) गृहमसंप्राप्तस्य शृगाल: किं पश्यति? | शृगाल: सिंहपदपद्धतिं पश्यति। |
(च) क: शोचति? | यो अनागतं न करोति स: शोचति। |
प्रश्न 4: रेखाङ्कितपदानि आधार्य प्रश्ननिर्माणं कुरुत
पदम् | प्रश्नम् |
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क्षुधार्त सिंह: | क्षुधार्त सिंह: कुत: आहारं न प्राप्नोति? |
दीर्घसूत्र: शृगाल: | दीर्घसूत्र: नाम शृगाल: गृहम् कदा आगच्छति? |
गृहं स्वामिन: | गृहं स्वामिन: सदा किम् करोति? |
भयमकरसमानं | भयमकरसमानं मन: कस्य भवति? |
आह्वानं कृत्वा | आह्वानं कृत्वा क: भोजनं भविष्यति? |
प्रश्न 5: घटक्रमानुसार वाक्यानि लिखत
1️⃣ सिंहः एकां महतीं गुहां अपश्यत्।
2️⃣ परिश्रान्तः सिंहः गुहायां स्थित:।
3️⃣ गुहायाः स्वामी दधिपुच्छः नामक: शृगाल: समागच्छत्।
4️⃣ दूरस्थः शृगालः स्वं कर्त्तव्यं चिन्तयामास।
प्रश्न 6: यथानिर्देशमुत्तरत
निर्देशम् | उत्तरम् |
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(क) विशेषणपदानि | एकां, महतीं – द्वे विशेषणपदे। |
(ख) अयं, तत् – रूपम् | प्रथमा एकवचनम्। |
(ग) क्रियापदं | आक्षेपः। |
(घ) क्रियापदं | दृष्ट्वा। |
(ङ) अव्ययपदं | एव। |
प्रश्न 7: रिक्तस्थानानि पूरयत
मञ्जूषा से पूर्ति: एकस्मिन्नेव वने तव जलं निःसृतम्। स्थितम् कूपम्। आकाशात् सम्पातितम् कञ्जोद्यानम्। सहसा आघ्राय गताः। तण्डुलानि अपश्यन् तेषां लोभो जातः। परं राजा जानाति। सत्त्वता एव युक्तिः यदि। ननु कोऽपि मृगः नास्ति कुतः। तण्डुलानि मुष्णामः। राजा: उपस्थाय अन्धकूपे पतितान्। तण्डुलानि खादित्वा गताः। राजा: दण्डं दत्तवान्। निर्विशेषं न क्रियाम्।
निष्कर्ष | Conclusion
EaseEdu द्वारा प्रस्तुत यह समाधान छात्रों को NCERT पाठ्यक्रम के अनुसार सरल, सटीक और द्विभाषिक अभ्यास प्रदान करता है। सभी प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़ें, श्लोकों का अर्थ समझें और अभ्यास करें।
Class 8th Sanskrit Chapter 2 Hindi Translation
Class 8th Sanskrit Chapter 1 Question Answer
अतिरिक्त व्याकरण अभ्यास | Extra Grammar Practice
🔸 विशेषण पद (Adjectives)
- एकां, महतीं – गुफा का वर्णन करने वाले विशेषण
- भयभीत, क्षुधार्त – भाववाचक विशेषण
🔸 क्रियापद (Verbs)
- अचिन्तयत् – उसने सोचा
- समागच्छत् – वह आया
- पलायमानः – भागता हुआ
- आह्वानमकरोत् – उसने बुलाया
🔸 अव्यय पद (Indeclinables)
- एव – ही
- सहसा – अचानक
- नूनम् – निश्चित रूप से
- यदि, तर्हि – यदि…तो
🔸 सर्वनाम (Pronouns)
- अयं, तत्, त्वं, माम् – ये सभी सर्वनाम हैं जो पात्रों के लिए प्रयुक्त हुए हैं।
📝 परीक्षा की तैयारी के लिए सुझाव | Exam Preparation Tips
श्लोक याद करें अर्थ सहित
- जैसे: अनागतं यः कुरुते स शोभते – जो आने वाले संकट का उपाय करता है, वही प्रशंसा पाता है।
व्याकरण पर ध्यान दें
- विशेषण, क्रियापद, अव्यय और सर्वनाम पहचानें।
NCERT प्रश्नों का अभ्यास करें
- EaseEdu द्वारा दिए गए सभी प्रश्नोत्तर को दोहराएं।
कहानी का सारांश तैयार करें
- 5–6 पंक्तियों में कहानी का भाव स्पष्ट करें।
शब्दार्थ और वाक्य रचना पर फोकस करें
- कठिन शब्दों का अर्थ और उनका प्रयोग समझें।
मॉक टेस्ट दें
- अध्याय आधारित प्रश्नों का अभ्यास करें।